जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम 2019 का मसौदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद डॅा. संजीव बलियान, टैक्सैब अध्यक्ष मनु गौड़ सहित कई सांसदों ने सौंपा ।
टैक्सपेयर्स एसोसिएशन ऑफ भारत ( टैक्सैब ) के अध्यक्ष मनु गौड़ द्वारा तैयार किया गया जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम 2019 का ड्राफ्ट आज महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपा गया।
इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद डॅा. संजीव बलियान, सांसद सतीश गौतम, सांसद भोला सिंह, सांसद कुंवर सिंह तंवर सहित कई सांसदों ने टैक्सैब के अध्यक्ष मनु गौड़ के साथ यह ड्राफ्ट राष्ट्रपति को देते हुए मांग की कि जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम 2019 संसद में जल्दी से जल्दी पेश हो और जनसंख्या नियंत्रण कानून जल्दी बने। इससे पहले सांसद सजीव बलियान के नेतृत्व में इस अधिनियम को संसद में लाने के लिए लगभग 125 सांसदों के हस्ताक्षर वाला पत्र लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को भी सौंपा गया था, लोकसभा में चर्चा के लिए उसे सूचीबद्ध भी किया गया लेकिन चर्चा नहीं हो सकी। टैक्सैब के अध्यक्ष मनु गौड़ ने यह जानकारी भी महामहिम राष्ट्रपति जी को दी।
मनु गौड़ ने माननीय राष्ट्रपति जी को यह भी बताया कि देश में जिस तरह आबादी बढ़ रही है उससे वर्ष 2050 तक भारत की आबादी 200 करोड़ के लगभग हो जायेगी जिस कारण देश में गरीबी, बेरोज़गारी, भुखमरी, प्रदूषण, अपराध, जमीन विवाद जैसी समस्याएं और विकराल रूप ले लेंगी। अब समय आ गया है कि बढ़ती जनसंख्या पर तत्काल प्रभाव से रोक लगे और जनसंख्या नियंत्रण कानून जल्दी बने। टैक्सैब के अध्यक्ष मनु गौड़ ने जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम 2019 के मसौदे के बारे में राष्ट्रपति जी को बताया कि जनसंख्या नियंत्रण के संबंध में आजादी के बाद से अभी तक 35 प्राइवेट मेंबर बिल लाये गये जिसमें से सर्वाधिक कांग्रेस के सांसदों द्वारा 15, भाजपा के 8, टीडीपी के 5, एआइडीएमके के 2, टीएमसी, आरएसपी, एसपी, एमएनएस और आरजेडी के एक एक सांसद शामिल हैं।
परन्तु दुख की बात है कि इतने गंभीर मुद्दे पर संसद में एक बार भी चर्चा नहीं हो सकी। 1992 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री स्व. एम.एल. फोतेदार द्वारा चुनाव लड़ने के लिए दो बच्चों के प्रावधान पर 79वां संविधान संशोधन विधेयक राज्यसभा में लाया गया था जो अभी तक विचाराधीन है। अभी हाल ही में 125 से ज्यादा सांसदों ने भी महामहिम राष्ट्रपति एवं स्पीकर सुमित्रा महाजन को शीतकालीन सत्र में लंबित प्राइवेट मेंबर बिल पर चर्चा कराने का मांग पत्र सौंपा था लेकिन चर्चा नहीं हो सकी।
राष्ट्रपति ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए किये जा रहे टैक्सैब के प्रयासों की सराहना की और देश के समस्त विद्यालयों में आगे आनी वाली पीढ़ी को इस विषय की गम्भीरता समझाने हेतु कार्यक्रम करने का सुझाव दिया। साथ ही मनु गौड़ के द्वारा बनाई गई पुस्तक Over Population – Burden on Taxpayers का विमोचन भी किया। टैक्सैब के महासचिव परमेश रंजन भी इस दौरान साथ रहे।