प्रेस विज्ञप्ति:-
नोएडा इन्टरनेशनल यूनिवर्सिटी के छात्रों को संबोधित करते हुए टैक्सैब के अध्यक्ष मनु गौर ने कहा कि अब समय आ गया है कि जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम ड्राफ्ट 2019 संसद में लाया जाए। टैक्सपेयर्स एसोसिएशन ऑफ भारत के अध्यक्ष मनु गौर एनआईयू में आयोजित” Meet a Man who has a solution to India’s population problem” में मुख्य वक्ता थे। मनु गौड़ ने दावा किया है कि जिस दिन देश में जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम लागू हो जायेगा उस दिन देश की सभी समस्याओं का अंत होना प्रारंभ हो जायेगा। बढ़ती जनसंख्या का असर देश की सभी समस्याओं पर पड़ रहा है। साथ ही उन्होंने छात्रों को बतायाकि भारत की जनसंख्या का टैक्सैब का विशलेषण बताता है कि देश की जनसंख्या वर्तमान में कम से कम 142 करोड़ है और 2050 तक यह जनसंख्या लगभग 200 करोड़ हो जाएगी। जिसके हिसाब से हम अगले 30 वर्षों में बढ़ने वाली लगभग 60 करोड़ आबादी के लिए संसाधन कहाँ से लायेंगें। मनु गौड़ ने कहा कि वर्तमान सरकार सबको शौचालय, आवास, रोजगार, बिजली, गैस कनैक्शन, स्वास्थ्य बीमा आदि देने के लिए प्रयासरत है लेकिन भविष्य में बढ़ने वाली 60 करोड़ आबादी के कारण ये समस्यायें पुनः उत्पन्न हो जायेंगी और उसका बोझ पुनः करदाताओं पर पड़ेगा। करदाता, जिसके पैसों से यह देश चलता है वो अब इस बोझ को उठाने को तैयार नहीं है। इसीलिए टैक्सैब के द्वारा पिछले पांच वर्षों के प्रयासों और अध्ययन के फलस्वरूप यह जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम 2019 का ड्राफ्ट तैयार किया है।
मनु गौर के तर्क से यूनिवर्सिटी के छात्र भी सहमत दिखे। यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने मनु गौर द्वारा जा रहे प्रयासों की सराहना की। जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम मजबूती से लाने में सहयोग का आश्वासन दिया।